दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार सहित उत्तर भारत में हाल ही में कोविड-19 मामलों में वृद्धि ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है। इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि –
संक्रामक वेरिएंट का उभरना: ओमिक्रॉन XE और BA.2 जैसे अत्यधिक संक्रामक वेरिएंट के सामने आने से संक्रमणों में वृद्धि हुई है।
कम टेस्टिंग दर: कम टेस्टिंग दर बताती है कि वास्तविक मामलों की संख्या रिपोर्ट किए गए से अधिक हो सकती है, जिससे टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता पर बल मिलता है।
मौसम में बदलाव: तापमान और आर्द्रता में उतार-चढ़ाव सहित प्रतिकूल मौसम की स्थिति वायरस के संचरण के लिए अनुकूल वातावरण बनाती है, जो स्थिति को और खराब करती है।
डॉ. एच गुरु प्रसाद, एसोसिएट क्लिनिकल डायरेक्टर और विभाग प्रमुख, इंटरनल मेडिसिन, केयर हॉस्पिटल्स, बंजारा हिल्स, हैदराबाद, उत्तर भारत में कोविड-19 के बढ़ने के पीछे संभावित कारणों पर प्रकाश डालते हैं। वे वायरस के प्रसार को रोकने के लिए टीकाकरण सहित निवारक उपायों का पालन करने और सतर्क रहने के महत्व पर जोर देते हैं।
संक्रमण से बचाव के उपाय:
अच्छी स्वच्छता बनाए रखें।
शारीरिक दूरी बनाए रखें।
मास्क पहनें।
टीकाकरण को प्राथमिकता दें।
ये उपाय उत्तर भारत में वायरस के प्रसार को रोकने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने के लिए आवश्यक हैं।