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सूर्य ग्रहण पर भूलकर भी न करें ये 16 काम, वरना पछताएंगे

सूर्य ग्रहण के प्रभाव से आगजनी, उपद्रव और विभिन्न प्रकार के भौगोलिक एवं राजनीतिक घटनाक्रम बढ़ सकते हैं इसीलिए सावधानी रखने की जरूरत है।

first solar eclipse 2022 साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 शनिवार के दिन है। इस ग्रहण के दौरान आप भूलकर भी न करें 16 काम वरना पछताना पड़ सकता है। हालांकि यह आंशिक सूर्य ग्रहण है। सूर्य ग्रहण के प्रभाव से आगजनी, उपद्रव और विभिन्न प्रकार के भौगोलिक एवं राजनीतिक घटनाक्रम बढ़ सकते हैं इसीलिए सावधानी रखने की जरूरत है। Surya Grahan 2022 April

1. सूर्य ग्रहण भले ही आंशिक हो या भारत में नहीं दिखाई दे रहा हो फिर भी उसका संपूर्ण धरती पर असर होता है। ऐसे में व्यक्ति सावधानी रखते हुए कार्य करना चाहिए।

2. पानी में तुलसी का प्रयोग करने के बाद ही उसे ग्रहण करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान जल पर इसका असर होता है इसीलिए जल में तुलसी का पत्ता डालकर उसे शुद्ध कर लिया जाता है इसके बाद ही पीना चाहिए।

3. सूर्य ग्रहण के दौरान श्रमशील कार्यों और यात्रा से बचकर रहना चाहिए।

4. गर्भवती महिलाएं और बच्चे इस दौरान सावधानी रखें। कहते हैं कि इससे गर्भस्थ शिशु की त्वचा पर प्रभाव पड़ता है। घर से बाहर ना निकलें।

5. सूर्य ग्रहण पर अमावस्या है इसलिए भी सभी तरह के नशे से दूर रहें।

6. जहां भी यह सूर्य ग्रहण दिखाई दे रहा है वे यदि सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं तो अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करें। घर के बने फिल्टर या पारंपरिक धूप के चश्मे का इस्तेमाल न करें इससे आंखें खराब हो सकती है।

7. जो बच्चे ग्रहण देखना चाहते हैं वे माता-पिता की देखरेख में ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि यह तय करना जरूरी है कि बच्चे किस तरह के ग्लास से यह देख रहे हैं, कहीं ग्लास हटाकर भी तो सूर्य ग्रहण को नहीं देख रहे हैं।

8. यह भी माना जाता है कि भोजन पर भी ग्रहण का असर होता है इसीलिए ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन पकाकर खाया जाता है। ग्रहण से दो घंटे पहले हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन खाने की सलाह दी जाती है। ग्रहण के बाद ताजे भोजन में भी तुलसी का पत्ता डालकर उसे खाया जाता है। ग्रहण के बाद भोजन ताजा ही बनाकर खाएं। 9. यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इस दौरान पाचन शक्ति कमजोर और जठराग्नि मंद पड़ जाती है। 10. यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान संवेदनशील या भावुक व्यक्ति और भी भावुक या संवेदनशील हो जाते हैं। यह हमारी भावनाओं पर असर करता है और नकारात्मक भावों को जन्म देते हैं। इसलिए इस दौरान सावधान रहें। मन को किसी संगीत या मनोरंजन में लगाएं।

11. कहते हैं कि ग्रहण के दौरान व्यक्ति सुस्त या थका हुआ महसूस करता है। यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान हमारी प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है। इसलिए आप अपने शरीर को लेकर सावधान रहें। रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने से मौसमी बीमारियों की चपेट में आ सकते हो। 12. ऐसे भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान बैक्टीरिया और वायरसों की संख्या घट-बढ़ जाती है। ऐसे में किसी भी प्रकार का रोग नहीं हो इसके लिए ग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई के साथ ही उसका शुद्धिकरण किया जाता है।

13. मान्यता के अनुसार ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का अग्निकर्म नहीं किया जाता है। जैसे खाना पकाना, दाह संस्कार करना आदि। हालांकि इस संबंध में किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

14. यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के पूर्व या बाद में 40 दिन के अंतराल में भूकंप आता है और समुद्र में तूफान भी उत्पन्न होते हैं। ऐसे में यदि आप ऐसी जगह पर रह रहे हैं जहां पर भूकंप या तूफान आने का अंदेशा ज्यादा रहता है तो आप को सावधान रहना। 15. ग्रहण के दौरान में चाकू, छुरी या तेज धार वाली वस्तुओं का प्रयोग न करें। 16.ग्रहण के दौरान पूजा करना और स्नान करना भी शुभ नहीं माना जाता।

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