हिंदू देवता मांसाहारी थे या नहीं? इस रहस्यमय सवाल का जवाब देते हुए प्रसिद्ध लेखक देवदत्त पटनायक हिंदू धर्म में विविध खान-पान पर प्रकाश डालते हैं। हिंदू पुराणों में विष्णु को सख्त शाकाहारी दिखाया गया है, जबकि शिव को जो कुछ भी चढ़ाया जाता है, ग्रहण करने वाला बताया गया है। यह विविधता उन दावों को गलत साबित करती है जो हिंदू समुदायों में प्रचलित मांसाहारी प्रथाओं को नकारते हैं।
पटनायक अमेरिका और ब्रिटेन में हिंदू और जैन प्रवासियों से जुड़े शाकाहार के वैश्विक प्रसार और योग की लोकप्रियता को संबोधित करते हैं। लेकिन, वह इस बात पर ज़ोर देते हैं कि सभी हिंदू शाकाहारी नहीं हैं, बल्कि अधिकांश मांसाहारी हैं। हिंदू धर्म बहुवचन धर्म है, जिसमें विभिन्न समुदाय शामिल हैं, इसलिए खान-पान को लेकर कोई एक नियम नहीं है।
लेख हिंदू धर्म को एक व्यवहार से परिभाषित करने की प्रवृत्ति की आलोचना करता है, यह कहते हुए कि यह सरलीकरण हिंदुत्ववादियों और हिंदू विरोधियों दोनों के बीच आम है। हिंदू धर्म की समृद्ध विविधता उसके अनुयायियों को अलग-अलग खान-पान के विकल्प चुनने की अनुमति देती है, जो रूढ़ियों को चुनौती देती है और धर्म की अधिक सूक्ष्म समझ को बढ़ावा देती है।