स्वर्ग जैसी राम नगरी कैसे फंसी मुगलों के चंगुल में, जानिए राम मंदिर अयोध्या के अनसुने रोचक तथ्य
सूर्यवंश के राज पाठ के बाद हजारों साल अलग-अलग राजाओं के अयोध्या पर किया शासन, राजा कनिष्क, शाक्य वंश के बाद गुप्त वंश और फिर मुगलों की आई बारी
amazing facts about ram mandir ayodhya जिस नगर में स्वयं भगवान श्री हरि विष्णु ने मर्यादा पुरषोत्तम के रूप में जन्म लिया, वो आखिर मुगलों के चंगुल में कैसे फंस गई, यह सवाल कई लोगों के मन में है। amazing facts about ram mandir ayodhya उन्हीं के जन्म स्थान पर बना मंदिर कैसे तोड़ दिया गया यह जानकारी कम लोगों को है। आइए बताते हैं कि आखिर ऐसा कैसे हुआ ….
सूर्यवंश के बाद दूसरे राजवंशों ने संभाली कमानamazing facts about ram mandir ayodhya
गौरतलब है कि भगवान श्री राम की जल समाध के बाद उनकी आने वाली पीढ़ियों ने अयोध्या पर राज किया। माना जाता है कि महाभारत तक यह सिलसिला चला और उसके बाद राजा राम के वंशजों के हाथ से यह राज पाठ दूसरे राजाओं के हाथ में चला गया। लगातार होने वाले आक्रमणों के चलते राजा बदलते रहे। बताया जाता है कि एक समय यह पूरा क्षेत्र कुषाण वंश का हो गया था और राजा कनिष्क ने इसी दौर में यहां राज किया।
शाक्य और गुप्त वंश ने भी किया शासन amazing facts about ram mandir ayodhya
कनिष्क काल के बाद शाक्य वंश और फिर गुप्त वंश का शासन होने की बात भी कही जाती है। कुछ इतिहासकारों के अनुसार राजा चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के पोते स्कंदगुप्त ने भी यहां शासन किया। उनका शासन और कार्यकाल इतिहास के पन्नों में भी दर्ज होने की बात कही जाती है। क्योंकि यहां हुए जीर्णोद्धार के कार्यों में भी उनका उल्लेख बताया जाता है।amazing facts about ram mandir ayodhya
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फिर मुगलों ने किया कब्जाamazing facts about ram mandir ayodhya
कालखंड बदलते रहे और राजा आते-आते रहे। सन् 1192 में मोहम्मद गोरी ने पृथ्वीराज चौहान को हराकर दिल्ली पर कब्जा जमा लिया। देश भर के अलग-अलग राज्यों में मुगलों का दबदबा बढ़ रहा था। वे कई राज्यों को अपने कब्जे में ले चुके थे। 15वीं शताब्दी के शुरू होने से पहले देश भर के अलग-अलग हिस्सों पर मुगलों का राज हो चुका था। जगह-जगह मंदिर तोड़े जा रहे थे। देश भर के कई प्रसिद्ध मंदिर तोड़े जा चुके थे। अयोध्या भी इनसे अछूता नहीं रहा।