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सावन में शिवलिंग पर चढ़ा पानी पीने के 7 चमत्कारी फायदे? काश ये पहले पता होती जानकारी #Sawan2024 सावन

शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीने से कुछ ऐसी घटना घटित होगी जिसका अंदाजा लगाना भी लगभग ना के बराबर है। 

हे महादेव कालों के भी काल महाकाल आपकी इस वीडियो को जो भी सच्चे दिल से लायक करें, उसकी जन्मजन्मांतर की गरीबी को दूर कर देना। हे शिव हम सब आपकी ही संतान है। हमारी छोटी छोटी गलतियों को क्षमा करना लायक जरूर करें। भगवान शिव की जटा से बहने वाली गंगा सर्वोप्रिय है।महादेव को अत्यंत प्रिय है और यही जल जो मनुष्य शिवलिंग पर चढ़ाए जाने वाले गंगा जल को ग्रहण करता है, जल पीता है, उसकी कुंडली के बारे न्यारे हो जाते हैं, उसका बेड़ा पार लग जाता है, शिवलिंग पर चढ़ने वाला जल शुद्ध हो जाता है,

पवित्र हो जाता है, सुगमपूर्वक हो जाता है।शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि यदि किसान शिवलिंग के चढ़े हुए जल को फसल में जल को डाल देता है तो वह फसल जीवन काल तक जब जब उगेगी कभी खराब नहीं होती, उस बंजर पड़ी जमीन पर भी फसल उग जाती है। महादेव की कृपा से वह फसल खाने वाला व्यक्ति।कभी बीमार नहीं पड़ता। यदि आप जीस स्थान पर फसल की बुआई करने वाले हैं वहाँ पर शिवलिंग पर चढ़े जल को किसी पात्र में ले ले और किसी भूमि पर डाल दे छिड़क दे। हर हर महादेव का नाम लेकर छिड़क दे, ऐसी फसल उगेगी जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते।उस फसल से आप मालामाल हो जाएंगे।

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ऐसी फसल कभी नष्ट नहीं होती। भगवान की कृपा से महादेव की कृपा से ऐसी फसल सर्वोप्रिय और उत्तम मानी जाती है। ऐसी भूमि पर जो फसल उगती है वह साक्षात महादेव का स्वागत करती है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।पहली फसल माता अन्नपूर्णा और भगवान शिव को अवश्य अर्पित करना चाहिए। अन्नधन में कोई कमी नहीं होती है बल्कि अनाज और बढ़ता चला जाता है। दोस्तों शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीने से कुछ ऐसी घटना घटित होगी जिसका अंदाजा लगाना भी लगभग ना के बराबर है।  गुरु परंपरा से प्राप्त जो ज्ञान हम आज आपको बताने जा रहे हैं वह सच्ची घटना पर आधारित है।


अगर आप जानना चाहते हैं शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीने से क्या होता है? तो वीडियो को अंत तक जरूर देखिएगा, आप भी हो जाएंगे। हक्का बक्का भयंकर चमत्कार देख आपकी आंखें फटी की फटी रह जाएंगे। दोस्तों शिवलिंग पर किस प्रकार से पानी चढ़ाया जाए और इसे किस प्रकार से पिया जाए, इसके पीने के फायदे घर में छिड़कने के फायदे, घर में रखने के फायदे और इसके नियम एवं सावधानी के बारे में बताऊँगा।दोस्तों यह जानकारी इतनी खूबसूरत है कि शायद ही कोई आपको बताएगा। आपके पास जितनी भी दौलत हो, यह जानकारी पाने के लिए उस दौलत को लगा देना। फिर भी यह फ्री की जानकारी आपको कोई नहीं बताएगा तो दोस्तों विदेशेश्वर संहिता के बारहवें अध्याय के अठारहवें श्लोक में बताया है कि जो जल शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है।

उसे तीन बार थोड़ा थोड़ा करके पीना चाहिए और उसमें स्पष्ट लिखा है कि इससे शरीर की का एक वाचिक एवं मानसिक यह तीनों प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। दोस्तों आज मैं आप लोगों को शिवलिंग पर चढ़े हुए जल की संपूर्ण जानकारी बताऊँगा। आपने अक्सर देखा होगा यूट्यूब पर।आचार्य प्रदीप मिश्रा जी भी कहते हैं कि एक लोटा जल हर समस्या का हल यानी एक लोटा जल और संपूर्ण फल ऐसी कोई समस्या नहीं जो शिवलिंग पर चढ़ा जल ना कर सके।

शिवलिंग पर चढ़ा जल स्वयं काल को भी रोक सकता है।शिवलिंग पर चढ़ा जल किसी का जीवन आश्चर्यजनक रूप से बदल सकता है और किसी के विनाश को भी रोक सकता है। दोस्तों विज्ञान में भी जल तत्व को उत्तम तत्व कहा जाता है। इसलिए कई लोग कहते हैं ना की जल है तो कल है, जल है तो जीवन का आधार है।तो इसीलिए कई लोगों के मुख से यह कहते हुए जरूर सुना होगा कि पानी बहाव नहीं, पानी बचाओ तो दोस्तों भगवान भोलेनाथ को अपने कष्ट निवारण हेतु हम सब इसमें जल चराते हैं, लेकिन उस जल का प्रसाद लेना ही भूल जाते हैं। हम सब भोले बाबा को खूब जल चराते हैं।

बहुत मनोरथ बोलते हुए बहुत कामना बोलते हुए भगवान हमारी इस कामना को पूर्ण करिए। यह सब बोलते हुए खूब जल चढ़ाते हैं, लेकिन जल चढ़ाने भर से हमारी समस्या का निवारण नहीं होता है। दोस्तों हम उसका प्रसाद लेना ही भूल जाते हैं।भगवान भोलेनाथ को जल चढ़ाने के बाद उस जल रूपी प्रसाद को लेना ही भूल जाते हैं तो शिवलिंग पर चढ़ा जल साक्षात भोलेनाथ जी का प्रसाद माना जाता है और हम सब ये प्रसाद रूपी भोलेनाथ जी के आशीर्वाद को ही लेना भूल जाते हैं। तो आज की जो वीडियो है शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल किस प्रकार से पिया जाए?

और जल पीने के फायदे अगर हम पीते हैं तो हमारे जीवन में क्या चमत्कार घटित होने लगता है? जीस दिन हम शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीते हैं। उस दिन से हमारे साथ में क्या क्या चमत्कार होते हैं आइए इस वीडियो में जानते हैं। जानकारी बताने से पहले आपसे एक विनती है कि वीडियो को लायक जरूर करिएगा। देखिए दोस्तों।वीडियो लाइक करने का नहीं, पैसा लगता है, ना ही दौलत लगती है। बस एक ऊँगली टॅच कर दीजिए और लाइक हो जाएगा सच्चे दिल से कमेंट बॉक्स में लिखना ना भूलें।

हर हर महादेव ओम नमः शिवाय मात्र भोलेनाथ का नाम लिखने से ही शिवलिंग पर एक लौटा जल अर्पित करना माना जाता है। तो आइए बढ़ते हैं वीडियो में दोस्तों।सर्वप्रथम तो मैं आप लोगों को जल पीने के प्रयोग बताऊँगा। इसके बाद छिड़कने और रखने का प्रयोग बताऊँगा। आपको बता दें शिवलिंग पर चढ़ा जल हमारे घर में भी पिया जाता है और भगवान शिव की कृपा से आज हम संपूर्ण और धन से परिपूर्ण है। सभी बीमारियों से दूर रहते हैं तो जल पीने का प्रयोग कुछ इस प्रकार से है।शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को पीने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। आरोग्य अर्थात आप बीमार नहीं पड़ते हैं। इसको पीने से काफी लंबे समय तक बुखार नहीं आता।

बुखार सीधे आता है तो 510 सालों के बाद आता है। जो लोग वायु परिवर्तन होते हैं अर्थात जैसे ही मौसम में बदलाव आते हैं तो बहुत सारे ऐसे लोग होते हैं।जो कि निरंतर बीमार पड़ते हैं तो उनके लिए रामबाण साबित होता है। शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को आप पीते हैं तो हमेशा आरोग्य रहेंगे। और एक खास बात अगर आप लोग डेली शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ा पाते हैं तो किसी भी समय में जल चढ़ाएं, कोई बात नहीं क्नॉइस।आप शिवलिंग पे चढ़े हुए जल को इकट्ठा करके किसी बड़ी सी बोतल में एकत्रित करके रख लीजिए और थोड़ा थोड़ा नित्य पीजिए, तो पीने से आपको आरोग्य की प्राप्ति होती है। यदि आपकी आँखों में बार बार कीचड़ आ जाता है, धुंधलापन सा आ जाता है, चश्मा लग गया है, दिखाई कम पड़ता है, सुबह उठते समय आँखों में दर्द होता है, क्नॉइसजलन होती है तो ऐसे में शिवलिंग पर चढ़े जल से चेहरा धोने से आँखों पर जल छिड़कने से समस्त बीमारियां रोग दूर हो जाते है।

दोस्तों मेरी आंखें भी जब खराब हो जाती है तो मैं भी इसी जल से अपनी आँखों को धो लेता हूँ तो समस्त आँखों के रोग दूर हो जाते हैं और आँखों की रौशनी भी फर्राटेदार तेज हो जाती है। बरा जाती है।दोस्तों शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीने से भाग्य बलवान होता है अर्थात अगर आपका दुर्भाग्य आपका पीछा नहीं छोड़ रहा है तो शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीजिए। आपका भाग्य बलवान होगा और आपका दुर्भाग्य आप से कोसो दूर भागेगा। अगर किसी भी प्रकार का ग्रह दोष बाधा आपको सता रही है।आपको समझ में नहीं आ रहा जिसके कारण आपकी आध्यात्मिक उन्नति रुक चुकी है, आप आगे नहीं बच पा रहे हैं या फिर सफलता की ओर जैसे ही कदम रखते है किसी भी प्रकार की विघ्न, बाधा, परेशानी आपके जीवन में आ जाती है तो ये सब नवग्रह के कारण होता है और अपने पूर्वकृत कुछ कर्मो के कारण होता है।तो ग्रह दोष एवं समस्त प्रकार की बाधा से बचने के लिए शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को नित्य कीजिए।

आपकी कैसी भी ग्रह नक्षत्र की पीड़ा आपको सता रही है वो जड़ से समाप्त हो जाएगी। दोस्तों शिवलिंग पर चढ़ा हुआ जल पीने से शरीर का पुन कायाकल्प होता है अर्थात क्नॉइस।जैसे कि आपके शरीर में बुढ़ापा आ चुका है, आपके शरीर में ताकत नहीं बनती, आपके शरीर में जोश नहीं है आपके शरीर में।वो पुनः शक्ति नहीं है जो कि पहले थी। तो अगर आप भी पुनः अपने शरीर का कायाकल्प करना चाहते हैं, अपने शरीर में नई ताकत लाना चाहते हैं, नई ऊर्जा का एहसास करना चाहते हैं तो शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को पीना शुरू कर दीजिए। आपके शरीर में पुण्य नई ताकत आएगी।अगर आपके द्वारा किसी भी प्रकार के पूर्वकृत पाप हो गए हैं जिससे आप पश्चात आप के रूप में आप उन पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो नीती शिव लिंग पर जल चढ़ाए और जल को पीना शुरू कर दीजिए।

बीच में गैप हो जाता है तो आप एक काम करना।शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को इकट्ठा करके किसी पात्र में रख लेना और इसे पी सकते हैं तो इससे पाप का भी नाश होता है। पाप का शमन होता है दोस्तों अगर आप किसी मंत्र को सिद्ध करना चाहते हैं और आपको ईश्वर से वार्तालाप करनी हो तब ऐसे समय में शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को पीने से।और नित्य एक मालाओम नमः शिवाय का झप करने से सिद्धि की प्राप्ति हो जाती है। आपको बुरे से बुरे, अच्छे से अच्छे संकट का शुभ समय का पहले से ही आभास हो जाएगा। आपको ढेर सारा लाभ मिलता है। अब आइए जानते हैं कि शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को घर में छिड़कने से क्या होता है।

क्नॉइसयह जानना भी है जरूरी तो शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को घर में छिड़कते हैं तो घर से गरीबी, दरिद्रता, दुख, दोष, शोक इन सब का नाश होता है। लंबे समय से गरीबी से परेशान है, घर को दरिद्रता छोड़ ही नहीं रही है। घर में दुख है, घर में शोक है। इन सब का नाश शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को घर में छिड़कने से हो जाता है।दोस्तों अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में स्थाई लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहे तो नित्य पूजा करने के बाद घर में शिवलिंग पर चढ़े हुए जल का पानी जरूर छिड़के और इसी के साथ आपको धूप का धुआं जरूर दिखाना है। लोभान का धुआं दिखाना है।तो इससे आपके घर में स्थाई लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहता है और अन्नपूर्णा का भंडार भरा रहता है। दोस्तों शिवलिंग पर चढ़े हुए जल का पानी घर में छिड़कने से घर तीर्थ जैसा पवित्र हो जाता है।

घर में रहने वाले सभी लोगों का जो आचार होता है, व्यवहार होता है, बहुत ही सुंदर होता है। क्नॉइससोचने समझने की क्षमता भी और लोगों की तुलना में 1000 गुना ज्यादा वृद्धि होती है, बढ़ती जाती है और आपके घर में हमेशा एकता बनी रहती है। किसी भी प्रकार का लड़ाई झगड़ा आपके घर में कभी नहीं होता है। दोस्तों, मैं ईश्वर की सौगंध दिखाता हूँ, जो लोग ज़रा सा भी चैनल पर भरोसा रखते हैं।विश्वास रखते हैं तो आप नित्य शिवलिंग पर चढ़े हुए पानी का छिड़काव करें, आपके घर का वातावरण पवित्र रहेगा और शिवलिंग पर चढ़ा हुआ पानी जीस घर में छिड़का जाता है। वह घर तीर्थ जैसा हो जाता है। उस घर में साक्षात लक्ष्मीनारायण वास करते हैं। समस्त तीर्थ।एवं देवी देवतागण वहाँ पर वास करते हैं और आपके घर में सुख शांति का हमेशा वास बना रहता है।

घर का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है। शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को छिड़कने से यदि अगर आपको लगता है कि आपके घर में धन नहीं रुकता है या फिर आपके घर में नाना प्रकार के भयंकर दोष, पितृदोष, नजरदोष, शनि दोष।कालसर्प दोष मंगल दोष होना शुरू हो चूके हैं। जैसे अचानक से घर में आग लग जाना। कई प्रकार की ऐसी जो क्रियाएं हैं जो घर में वास्तु दोष लगने के कारण होती है तो घर में जितना जल्दी हो सके चाहे कुछ भी हो जाए, आग लगे सारे उपायों को।तब आप बिना देरी करें शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को छिड़कना शुरू कर दीजिए। घर के सारे वास्तु दोष अपने आप समाप्त हो जाएंगे। दोस्तों ये सभी दोष घर में तब उत्पन्न होते हैं जब घर में काल का वास हो जाता है और जो महाकाल का भक्त हो तो काल भी उसका क्या करेगा?

जीस घर में शिवलिंग पर चढ़ा जल का छिड़काव होता है, उस घर में काल भी जाने से थर थर कांपता है, उसमें प्रवेश भी नहीं करता, क्योंकि साक्षात उस घर की रक्षा स्वयं शिव के गण करते हैं।आपके घर की डोर और आपके जीवन की डोर शिव के हाथों में आ जाती है। अब आप बस धन कमाएं और पूजा भक्ति में लग जाए। आपका बाल बांका भी नहीं होगा बल्कि आपका कल्याण ही होगा। दोस्तों यदि घर पर अगर गंदी दृष्टि किसी की लग गई है, गंदी नजर लग गई है, बद्दुआ लग गई है, काला जादू लग गया है।

तो आप अभी से अपने घर को बचाना चाहते हैं तो शिवलिंग पर चरे हुए जल का छिड़काव आप अपने घर में करें और एक छोटी सी बोतल में छोटी सी एक सी सी में शिवलिंग के चरे हुए जल को इकट्ठा कर लीजिए और घर के मुख्य द्वार पर लाल कपड़े के माध्यम से बांधकर के टांग दीजिए तो आपके घर में किसी भी व्यक्ति को किसी की हाय बद्दुआ बुरी नजर नहीं है।अब आइए इस वीडियो में जानते हैं कि शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को घर में रखने से क्याक्या फायदा मिलता है। तो आइए जानते हैं देखिए इससे उत्तर और पूर्व दिशा में रखने से या घर के द्वार पर रखने से सदा आपके घर में सुख शांति का वास बना रहता है।

पूजा रूम में रखने से या एक बूंद रोज़ नित्य पीने से आपकी अध्यात्मिक उन्नति होगी। शिवलिंग पर चढ़ा पानी जमीन के अंदर ध्यान से सुनिएगा शिवलिंग पर चढ़ा पानी जमीन के अंदर चांदी के बेलपत्र के साथ दबाकर के एक तांबे के लौटे में रखने से ऊपर से आप जो है सफेद कलर के कपड़े से इन चीजों को बांध दीजिए।और इसे एक फिट अर्थात एक हाथ के आसपास नीचे दबाकर के रखते हैं तो आपके घर में कभी अकाल मृत्यु नहीं होगी। यदि कोई रोगी है तो उसे शिवलिंग पर चढ़े हुए जल से नहाने से उनका नहाने वाला जो पानी है उसमें दो बूंद डालकर के स्नान कराने से उनको लाभ मिलेगा। क्नॉइसकोड भी धीरे धीरे खत्म हो जाएगा।

अगर आप की स्किन से खाल छुटती है तो वो भी ठीक हो जाएगी। उनके रोग जल्दी ठीक हो जाएंगे, वो सवस्थ हो जाएंगे। आइए इस वीडियो में जानते हैं कि शिवलिंग पर चढ़ा हुआ पानी कैसे इकट्ठा करें तो शिवलिंग पर पानी डालते समय जलहरी जिसे हम शिवलिंग का निचला भाग बोलते हैं।जिसे हम योनि भाग भी बोल सकते हैं तो इसके नीचे जहाँ पर शिवलिंग के ऊपर में आप जल चढ़ाते हैं, उसका जो लास्ट छोर होता है, जिसे हम जलहरी बोलते हैं तो उसके नीचे में एक पात्र रख दीजिए। तांबे का पात्र रखना है और उसमें आपको शिवलिंग पर चढ़े हुए जल को इकट्ठा करना है, एकत्र करना है और इसे शिवलिंग पर माथा टेकने के बाद ही।

भोलेनाथ का स्मरण करने के बाद ही प्रसाद समझ करके इकट्ठा करके रखना है तो यह होता है जल इकट्ठा करने का नियम। अब आइए कुछ नियम के बारे में जानते हैं तो इस पानी पर किसी की छाया मत पड़ने देना। इस पानी पर शिवलिंग पर रखा जो पानी है इस पर किसी की छाया मत पर आने देना, इसे हमेशा पूजा कक्ष में ही रखना नहीं।तो इसकी दिव्यता समाप्त होना शुरू हो जाती है और आप पवित्र अवस्था में जैसे कि माता बहनों को मासिक धर्म होता है तो अपवित्र अवस्था में महिलाएं इसे ना छुएं बल्कि आप इसे किसी से मांग करके पी सकती हैं।

दोस्तों शिवलिंग से जल लाकर यदि स्नान किया जाए, मस्तक पर डाला जाए, रोज़ स्नान किया जाए, बच्चों को स्नान कराया जाए।तो कभी रोग आपके पास नहीं आता। दूर दूर भाग जाता है। महाशिवपुराण में वर्णित लिखा हुआ है कि जो मनुष्य शिवलिंग के छड़े जल को घर लाने के बाद यदि स्नान कर ले तो उसे शिव लोक की प्राप्ति होती है। महादेव का विशेष आशीर्वाद और फल मिलता है, लेकिन शिवलिंग का जल पौधों में अवश्य डालें।इससे पौधे जल्दी नहीं सूखते और बल्कि मीठा मीठा फल देने लगते हैं।

हरियाली की उत्पत्ति होती है दोस्तों, कुछ सावधानी भी है जरूरी यदि आप मांस मछली खाते हैं तो इसे आपको नहीं पीना है। नहा धोकर आप कल के समय कुल्ला आदि करके भगवान शिव से क्षमा मांगने के बाद आप इसे पी सकते हैं।अगर आपको जानकारी अच्छी लगी तो कमेंट बॉक्स में लिखे हर हर महादेव ओम नमः शिवाय एक लायक तो बनता है।

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