साल का पहला सूर्य ग्रहण कैसा रहेगा

साल का पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है. ऑस्ट्रेलिया में सूर्य ग्रहण दिखाई दे चुका है. भारत में यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य नही. होगा 

सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले ही सूतक काल लग जाता है. 

साल का पहला सूर्य ग्रहण कंकणाकृति सूर्य ग्रहण होगा. यह सूर्य ग्रहण बेहद खास रहने वाला है 

इस बार एक ही दिन में तीन तरह का सूर्य ग्रहण दिखेगा, जिसे वैज्ञानिकों ने हाइब्रिड सूर्य ग्रहण का नाम दिया है. 

इनमें आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण शामिल होंगे 

इनमें आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार सूर्य ग्रहण शामिल होंगे 

ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है. इस वजह से ग्रहण के दौरान शुभ कार्य और पूजा पाठ वर्जित माने जाते हैं. 

ज्योतिष में ग्रहण को अशुभ घटनाओं में गिना जाता है. इस वजह से ग्रहण के दौरान शुभ कार्य और पूजा पाठ वर्जित माने जाते हैं. 

 मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य पीड़ित हो जाते हैं, जिस कारण सूर्य की शुभता में कमी आ जाती है

ये पूर्ण सूर्य ग्रहण है जो भारत में दर्शनीय नहीं है. इस सूर्य ग्रहण में सूर्य, चंद्रमा, राहु और बुध का संयोग भी बन रहा है

ये पूर्ण सूर्य ग्रहण है जो भारत में दर्शनीय नहीं है. इस सूर्य ग्रहण में सूर्य, चंद्रमा, राहु और बुध का संयोग भी बन रहा है

सूर्य और शनि का प्रभाव होने से आने वाले समय में दुर्घटना की संभावना बन रही है. राजनैतिक रूप से उथल पुथल मच सकती है. 

सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और पृथ्वी पर छाया डालता है. इस अवस्था में वो सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है 

यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यामान नहीं होगा. यह सूर्य ग्रहण  चीन, अमेरिका माइक्रोनेशिया,  सिंगापुर महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर ही दिखाई देगा

यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्यामान नहीं होगा. यह सूर्य ग्रहण  चीन, अमेरिका माइक्रोनेशिया,  सिंगापुर महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर ही दिखाई देगा

बीमारियां बढ़ेंगी, हालांकि औषधियों से नियंत्रित कर सकते हैं. मेष और तुला राशि का प्रभाव विश्व भर में युद्ध के संकेत दे रहा है.

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