1. पौराणिक मान्यताओ के अनुसार, देवताओ और असुरों के बीच हो रहें, समुद्र मंथन में भगवान धन्वन्तरी का जन्म हुआ था इसलिए इसे धनतेरस के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है
2. धनतेरस का अत्यधिक महत्व है , इसदिन जो सोना चाँदी आदि की खरीदी करता है , वह बेहत शुभ होता है, इससे और अधिक घर में धन की कृपा होती है|
3. धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी और कुबेर तथा धन्वन्तरी की पूजा की जाती है
4. धनतेरस के दिन यम का दीया निकालने की प्रथा है एसी मान्यता है की इस दिन घर की महिला और पुरुष संध्या के समय आँटे का चौमुखी दीपक यम जी के नाम पर जलाकर साउथ दिशा में रखा जाता है
5. धनतेरस के दिन कूल 13 दिए जलाये जाते है, जो की कुबेर भगवान को समर्पित किया जाता है
6.धनतेरस पर पूजा करने के लिए सबसे पहले कुबेर और धन्वन्तरी को पूजा स्थल पर स्थापित किया जाता है फिर "ॐ ह्रीं कुबेराय नमः" मंत्र का जाप किया जाता है, और दीपक अर्पण किया जाता है,और प्रसाद अर्पण किया जाता है|
7. 2023 में कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवम्बर को मनाई जाएगी तथा यह शाम 5:47 से 7:47 तक मुहूर्त है|